Kashmiri Kissago: Folk and Fairy Tales of Kashmir by Ruskin Bond




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Book Details
Author Ruskin Bond
Publisher Prabhat Prakashan
Language Hindi
Publication Year 2018
ISBN 9789352669356
Edition 1st
Binding Style Hard Cover
Number of pages 104
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कोई चालीस साल पहले जब मैंने ये लोक और परी कथाएँ लिखी थीं तो मैंने एक वृद्ध कश्मीरी किस्सागो का उपयोग किया था, जो सर्दियों की शाम को अपनी अँगीठी जलाकर बैठ जाता था और लंढौर बाजार में अपनी दुकान पर आनेवाले बच्चों का मनोरंजन किया करता था।
इस प्रकार ये सब आपके सामने हैं। इन कहानियों में वर्णित कश्मीर कभी का जा चुका है, लेकिन बच्चे अभी भी आस-पास हैं और मैं उनके बारे में समय-समय पर सुनता रहता हूँ। ‘नन्हा विजय’ अब पचास के करीब है, जबकि चुटियावाली शशि दादी बन चुकी है। मैं सोचता हूँ, क्या वे अपने बच्चों और पोते-पोतियों को कहानियाँ सुनाते होंगे या बस, उन्हें अपने लैपटॉप और टी.वी. सेटों के हवाले छोड़ देते होंगे? 
कहानी सुनाने की मौखिक परंपरा तो अब समाप्त ही हो चुकी है, लेकिन लिखे हुए शब्द अभी भी बने हुए हैं। ये इतनी आसानी से लुप्त नहीं होंगे। इनके माध्यम से हम अतीत की समीक्षा कर सकते हैं, बहुत पहले की दुनिया में विचरण कर सकते हैं और उसके प्राचीन जादू के कुछ अंश को प्राप्त कर सकते हैं।
—रस्किन बॉण्ड (भूमिका से) 
बेहतरीन कहानीकार रस्किन बॉण्ड की ये लोक-परी कथाएँ आपको अपने बचपन में ले जाएँगी और आपको सोचने पर मजबूर करेंगी कि अब के बच्चों के बचपन से किस्सागोई कहाँ खो गई!

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अनुक्रम

कश्मीरी किस्सागो Pgs—5

1. बाजार में एक ठंडी शाम Pgs—9

2. जावेद खान तैयार Pgs—15

3. चालीस भाइयों की पहाड़ी Pgs—21

4. सात राजकुमारों के लिए सात वधुएँ Pgs—27

5. परियों के देश में Pgs—37

6. झुकी हुई कमरवाला भिखारी Pgs—45

7. एक बहुत लंबी कहानी Pgs—53

8. गुम माणिक Pgs—61

9. हीरा और लाल की दोस्ती Pgs—69

10. राजकुमार शमशेर जंग Pgs—79

11. पर्वत झील Pgs—93

THE AUTHOR

Ruskin Bond

जन्म 19 मई, 1934 को हिमाचल प्रदेश के कसौली में हुआ था। बचपन में ही मलेरिया से इनके पिता की मृत्यु हो गई, तत्पश्‍चात् इनका पालन-पोषण शिमला, जामनगर, मसूरी, देहरादून तथा लंदन में हुआ। इनकी रचनाओं में हिमालय की गोद में बसे छोटे शहरों के जन-जीवन की छाप स्पष्‍ट है। इक्कीस वर्ष की आयु में ही इनका पहला उपन्यास ‘द रूम ऑन रूफ’ (The Room on Roof) प्रकाशित हुआ। इसमें इनके और इनके मित्र के देहरा में रहते हुए बिताए गए अनुभवों का लेखा-जोखा है। भारतीय लेखकों में बॉण्ड विशिष्‍ट स्थान रखते हैं। उपन्यास तथा बाल साहित्य की इनकी रचनाएँ अत्यंत लोकप्रिय हुई हैं। साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार ने 1999 में इन्हें ‘पद्मश्री’ से सम्मानित किया।

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Tags: Kashmiri folk tales, Kashmiri fairy tales, Ruskin Bond, Indian authors, Indian literature, folklore, oral storytelling